दोस्तों आज हम आपके लिए Queen Victoria Story in Hindi लेकर आये है। यह छोटी सी कहानी rani victoria ki kahani है। यह एक शिक्षाप्रद कहानी है आप सभी इसे जरूर पढ़े और दूसरों को भी share करें।
रानी विक्टोरिया
(Queen Victoria Story in Hindi)
बालिका विक्टोरिया (जो बाद में इंग्लैण्ड की महारानी बनी) का मन पढ़ने में नहीं लग रहा था। उसकी अध्यापिका ने कहा — “थोड़ा पढ़ लो। मैं जल्दी छुट्टी दे दूंगी।”
बालिका ने कहा — “आज मैं नहीं पढूंगी।”
अध्यापिका बोली — “मेरी बात मान लो।”
बलिका मचल गई — “मैं नहीं पढूंगी।”
माता लुईसा ने यह सुन लिया और परदा उठा कर उस कमरे में आ गई। और बेटी को डांटते हुए कहा — “क्या बकती है।”
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अध्यापिका — “आप नाराज न हो। राजकुमारी ने एक बार मेरी बात नहीं मानी है।”
बालिका विक्टोरिया ने तुरंत अध्यापिका का हाथ पकड़कर कहा — “आपको याद नहीं है। मैंने दो बार आपकी बात नहीं मानी है।”
लुईसा पुत्री की इस सच्चाई पर बड़ी प्रसन्न हुई। उनका क्रोध जाता रहा। उन्होंने बेटी का मुँह चूमा और उसे छाती से लगाकर प्यार किया।
शिक्षा : इस कहानी से हमें शिक्षा मिलती है कि हमें हमेशा सत्य बोलना चाहिए।
दोस्तों कैसी लगी रानी विक्टोरिया की कहानी आप सभी को। हमें उम्मीद है आपको यह कहानी जरूर पसंद आयी होगी। ऐसे ही अनेक कहानियां हमारे वेबसाइट पर उपलब्ध है जरूर पढ़िए।
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