बालक गोखले | Baalak Gokhale | Moral Story in Hindi

दोस्तों आज हम आपको Short Moral Story in Hindi बताने जा रहे है। इस Short Moral Story in Hindi में बालक गोखले का सत्यता का चित्रण मिलता है। तो आप सभी इस छोटी सी Short Moral Story in Hindi को पढ़िए और दुसरो को भी share करिए।

बालक गोखले का सत्य प्रेम

(Short Moral Story in Hindi)

गोपाल कृष्ण गोखले जब बचपन में स्कूल में पढ़ते थे तब एक दिन अध्यापक ने घर पर करने के लिए हिसाब के कुछ सवाल दिए। बालक गोपाल को उनमे से एक सवाल न आता था इसलिए उसने एक दूसरे विद्यार्थी की मदद से कर लिया।

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स्कूल में सब लड़कों की कॉपी देखी गई तो केवल गोपाल कृष्ण के सारे सवाल ठीक निकले।

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यह देखकर उसके अध्यापक बहुत प्रसन्न हुए और उसको कुछ इनाम देने लगे। गोपाल कृष्ण ने इनाम तो लिया नहीं , उल्टे रोने लगे। अध्यापक को बड़ा आश्चर्य हुआ और उसने बालक से रोने का कारण पूछा। बालक ने कहा — “एक सवाल में मैंने अपने एक मित्र की मदद ली है। मुझे सजा मिलनी चाहिए।”

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” इस बात को सुनकर तो अध्यापक और भी प्रसन्न हुआ और उसे पुरस्कार देते हुए कहा — “यह इनाम तुम्हारी सच्चाई के लिए मैं देता हूँ। “

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बाकी सभी बालकों को दण्ड मिला।

तो दोस्तों कैसी लगी Short Moral Story in Hindiआप सभी को। दोस्तों इस कहानी से हमें शिक्षा मिलती है कि हमें हमेशा सत्य बोलना चाहिए। हमें उम्मीद कि आपको यह कहानी जरूर पसंद आयी होगी। ऐसे ही अनेक कहानियां हमारे वेबसाइट पर उपलब्ध है और यह कहानी कैसी लगी हमें comment जरूर करें।

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