नकल का फल | New Short Story In Hindi With Moral
राहुल चार वर्ष का था, पर था वह बड़ा ही शरारती । वह न तो चुपचाप बैठ सकता था और न बिना बोले रह सकता था। हर समय कुछ न कुछ करता रहता
नकल का फल | New Short Story In Hindi With Moral Read MoreGyan Ki Baat..
राहुल चार वर्ष का था, पर था वह बड़ा ही शरारती । वह न तो चुपचाप बैठ सकता था और न बिना बोले रह सकता था। हर समय कुछ न कुछ करता रहता
नकल का फल | New Short Story In Hindi With Moral Read Moreअमरकण्टक वन में एक पेड़ के नीचे रानी चींटी का घर था । एक बार अमरकण्टक वन में अकाल पड़ा । उसकी वजह से जीव-जन्तुओं को खाना मिलना भी मुश्किल हो गया
मित्र की पहिचान | Friendship Story Hindi Read Moreनन्दू चूहे में एक बुरी आदत थी, वह थी बहुत बोलने की । हर समय वह कुछ न कुछ बोलता ही रहता था । उसकी माँ उसे समझाया करती थी कि बेटा
नन्दू को दण्ड | Chuhe ki Kahani Hindi Read Moreउत्तरी कोरिया के एक छोटे-से गाँव में किम और उसकी स्त्री बड़े मजे में रहते थे। किम ने पानी से चलने वाली आटा पीसने की चक्की लगा रखी थी। वह इस काम
यह भी खूब रही | New Hindi Kahani Read Moreऋतु के पिता रक्षामंत्रालय में उच्चपद पर थे। ऋतु देखती थी कि जब भी पिता जी घर पर होते तो उनके बहुत-से फोन आया करते। वे अपने सहयोगियों से प्रातः फोन पर बाते
सुनो सुनो | Suno Suno | Hindi Short Moral Story Read Moreएक तोता एक दिन पेड़ की ऊँची डाल पर बैठा था। वह अभी-अभी एक कच्चा अनार तोड़कर लाया था। बड़ा स्वाद लेकर वह उसे खा रहा था। तभी उसने देखा कि सामने वाले गुलाब
तोते का निर्णय | Tote Ki Kahani Hindi Read Moreलालू की रसोई में उस दिन खूब हंगामा हुआ। पापा अलग चीख रहे थे। मम्मी का तो डर के मारे बुरा हाल था। बेबी बस यही कहकर लगातार रोये जा रही थी कि
पुरानी दुश्मनी | Rochak Kahani Hindi Read Moreएक नदी के किनारे एक गांव है। उस गांव का नाम मुरादपुर है। यह इलाका उत्तर बिहार में पड़ता है। इस जगह की एक बहुत ही मशहूर घटना है जो कि एक कहानी
दालुदास के हाथ क्यों कटे | Short Motivational Story in Hindi Read Moreबहुत समय पहले की बात है। एक बार एक प्रान्त में अत्यंत भयंकर अकाल पड़ा। आकाश में बादल आये ही नहीं। पृथ्वी का कलेजा प्यास के कारण फट गया। बड़ी-बड़ी तरेड़ें पड़ गयी खेतो
एक-एक मुट्ठी | Ek-Ek Mutthi | Hindi Story Read Moreएक गाँव में टिंकू-रिंकू रहते थे। दोनों सगे भाई थे। पर दोनों थे निरे मुर्ख। एक दिन की बात है। दोनों भाई घर के बाहर चबूतरे पर बैठे थे। एक रस्सी बांट रहा था
सबको राम राम | Sabko Ram Ram | Majedar Story Read Moreएक थी बुढ़िया। उसका एक लड़का था घूरे। वह कुछ भी कामकाज नहीं करता था। बुढ़िया चरखा कातती। खेत-खलिहान पर मजदूरी करती। तब कही जाकर पेट भरता। उसने अपने बेटे को समझाया
बोली का रस | Boli Ka Ras | Hindi Kahani Read More